किसी भी कंपनी को कारोबार चलाने के लिए पूंजी की जरूरत होती है. अगर कारोबार से होने वाली कमाई से विस्तार की जरूरतें पूरी हो रही हों तो कंपनियों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन जो कंपनियां अपनी पूंजी की जरूरतों को खुद पूरा नहीं कर पाती है.